मंगल दोष (Mangal Dosh) की पूजा कहां होती है?
मंगल दोष ज्योतिष में एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में काफी ज्योतिषीय महत्व दिया जाता है। यह एक ऐसी स्थिति होती है जब मंगल ग्रह व्यक्ति के कुंडली में एक निश्चित स्थान पर स्थित होता है। इस स्थिति को ज्योतिष शास्त्र में " मंगलदोष " कहा जाता है। मंगल दोष का मतलब होता है कि इस स्थिति में रहने से व्यक्ति को नुकसान हो सकता है। यह नुकसान व्यक्ति के विवाह , करियर और संतान के मामलों में हो सकता है। मंगल दोष की पूजा ( Mangal Dosh Puja ) हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण होती है। यह पूजा अनुष्ठान के द्वारा की जाती है जो कि मंगल दोष को दूर करने के लिए होते हैं। मंगल दोष की पूजा के लिए विशेष तिथि तय की जाती है जिसमें पंचमी तिथि को सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिन व्यक्ति को संगम द्वारा अनुष्ठान के लिए आमंत्रित किया जाता है। इस पूजा में गणेश जी , शिवजी और सूर्य देव की पूजा की जाती है। मंगल दोष की पूजा में धूप , दीप , फूल , अगरबत्ती आदि आवश्यक सामग्री का उपयोग किया जाता है। मंगल दोष की पूजा में स्वर्ण या तांबे का एक तांबे का लोटा भी उपयोग किया जाता है जो कि पूजा के बाद दान के रूप में दिया...